कौन है वो जांबाज अधिकारी जिन्होंने रेलगाड़ी को जलने से बचाया था, वो अब देंगे हरियाणा को दिशा

कौन है वो जांबाज अधिकारी जिन्होंने रेलगाड़ी को जलने से बचाया था, वो अब देंगे हरियाणा को दिशा

IAS officer Vivek Joshi appointed Chief Secretary

IAS officer Vivek Joshi appointed Chief Secretary

चंडीगढ़: IAS officer Vivek Joshi appointed Chief Secretary: हरियाणा में 1989  बैच के आई ए एस अधिकारी विवेक जोशी को मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। श्री विवेक जोशी ने इससे पहले केंद्र और हरियाणा सरकार में कई अहम पदों पर कार्य किया है। केंद्र में कई मंत्रालयों में जॉइंट सेक्रेटरी और कई मंत्रालयों में सेक्रेटरी के पद पर सफलतापूर्वक कार्य किया है। यहां तक की केंद्र में वित्त सचिव के पद पर भी कार्य किया। वित्त सचिव का पद बहुत ही महत्वपूर्ण पद होता है। उन्होंने न केवल एनडीए सरकार के साथ बल्कि यू पी ए सरकार के साथ भी केंद्र में कार्य किया और अपनी कार्य कुशलता की बदौलत लगातार केंद्र में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति पाई है।

 महत्वपूर्ण बात यह है कि श्री विवेक जोशी जो 9-3-1997 से 22-4-1998 तक जींद में उपायुक्त रहे। इस दौरान मुझे जींद में उनके साथ कार्य करने का मौका मिला। उस समय हरियाणा में शराबबंदी का दौर था। पूरा प्रशासनिक अमला जिला में गांव गांव में जाकर शराब बंदी को सफल बनाने के लिए आमजन को जागरूक करता था। उस समय हर कार्यक्रम में मैं श्री जोशी व उनकी पूरी प्रशासनिक टीम के साथ होता था। जिला में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने विवेक जोशी जी के नेतृत्व में बहुत ईमानदारी से कार्य किया। इन्हीं दिनों जींद और भिवानी जिलों में किसान आंदोलन भी हुआ। जिला का उचाना कस्बा  किसान आंदोलन का केंद्र था। उचाना में किसान आंदोलन इस कदर उग्र हुआ कि किसानों ने उचाना रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालवा एक्सप्रेस रेलगाड़ी की दो बोगियां को आग के हवाले कर दिया । आंदोलन का इतना उग्र रूप होने के बाद भी उपायुक्त श्री विवेक जोशी ने बहुत अच्छे तरीके से आंदोलन को हैंडल किया और किसी भी प्रकार की जान की आनी नहीं होने दी। लगातार आंदोलनकारियों के बीच खड़े रहे। साथ ही चंडीगढ़ में अपने आला अधिकारियों से भी कोऑर्डिनेशन बनाए रखा। उसे समय मोबाइल फोन नहीं होते थे। रेलवे स्टेशन के पास एक पी सी ओ की दुकान थी। उसी दुकान पर बैठकर  लगातार चंडीगढ़ फोन मिलाते रहे और पल-पल की रिपोर्ट मुख्यमंत्री और चीफ सेक्रेटरी के ऑफिस में देते रहे। रेलगाड़ी की जो दो बोगी जल रही थी, उन दो बगियां के पीछे गार्ड की बोगी थी जिसमें रेलवे विभाग का पांच करोड़ का कैश रखा हुआ था। रेलवे गार्ड ने मुझसे बात की और बताया कि मेरी बोगी में 5 करोड रुपए का कैश है, अगर इस बोगी में भी आग लग गई तो 5 करोड़ का भी नुकसान होगा और बोगी का भी नुकसान होगा, इसलिए कोई इंतजाम कीजिए। मैंने तुरंत उपायुक्त श्री विवेक जोशी से बात की। उन्होंने जैसे तैसे किसानों तीतर- भीतर किया और खदेड़ा। इतने में रेलवे कर्मचारियों द्वारा कैश रखी हुई बोगी और अन्य बोगियों को जलती हुई बोगियों से काट दिया गया। तब तक जींद और नरवाना से फायर ब्रिगेड की भी कई गाड़ियां पहुंच चुकी थी और सभी गाड़ियों ने बोगी की आग को बुझाने का काम किया। इस प्रकार से पूरी रेल जलने से बच्ची और किसानों को भी तीतर- भीतर किया गया। आंदोलन खत्म हुआ, तब विशेष रूप से श्री विवेक जोशी जी ने मुझे शाबाशी दी थी। वो बात मुझे आज तक याद है। इस प्रकार की अनुभवी यादें  उम्रभर साथ रहती है और जीवन में हौसला और उत्साह देती रहती हैं। श्री विवेक जोशी जी को हरियाणा दिवस के अवसर पर प्रदेश के मुख्य सचिव पर आसीन होने के लिए बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। आशा करता हूं कि ऐसे मेहनती,कर्मठ और कुशल अधिकारी के नेतृत्व में उनकी पूरी प्रशासनिक टीम सरकार की योजना और कार्यक्रमों को बेहतर ढंग से हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचा पाएगी, जिससे प्रदेश की जनता को लाभ होगा।

सतीश मेहरा